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मेरा भारत महान
मेरा भारत महान
इसमें कोई शक नहीं है कि पद का दुरुपयोग भ्रष्टाचार है। पद का दुरुपयोग,पैसे के लिए किया जाए या किसी और को फायदा पहुंचाने के लिए बात एक ही है। जो पैसे लेते हुए पकड़ा जाता है उसका भ्रष्टाचार उसके कृत्यों से साबित होता है और उसपर भ्रष्टाचार का मुकदमा चलता है। अगर कोई भ्रष्टाचार करते हुए पकड़ा जाए तो उसकी आय से पता करने की कोशिश की जाती है कि भ्रष्ट आचरण के लिए उसने पैसे लिए होंगे कि नहीं। दोनों स्थितियां लगभग एक सी हैं। कानून की नजर में भ्रष्टाचार साबित करना भले मुश्किल हो पर जो खुद ईमानदार होने का दावा करता है, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करने की बात करता है उसका आचरण शक से ऊपर होना चाहिए।
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