1. ब्लोफिश
मर्सीडीज़ बेंज कार की बायोनिक कांसेप्ट कार की प्रेरणा ब्लोफिश के आकार से ली गयी थी. नेशनल ज़ेओग्राफिक के अनुसार विंड टनल टेस्ट से भी साबित हो चुका है कि इसका आकार इसकी माइलेज को 70 मील प्रति गेलन तक बढ़ाने में मदद करता है.
2. मैंटिस ट्रम्प की आंखें
इनकी देखने की क्षमता अद्भुत होती है. ये 100,000 रंग देख सकते हैं, यानी इंसानी आंखों से 10 गुना ज़्यादा. ये सर्कुलर पोलोरिज़ेड लाइट देख सकने वाले अकेले जानवर हैं. वैज्ञानिक मानते हैं कि इनकी आंखों से प्रेरणा लेकर डी वी डी और सी डी प्लेयर के लिए लेज़र लेंस बनाये जा सकते हैं.
3. कॉकरोच का दिल
आई आई टी की एक टीम ने कॉकरोच के दिल से प्रेरणा ले कर एक कृतिम मानव ह्रदय बनाया है. इस यंत्र में पांच चैंबर हैं जो प्याज़ के छिलकों की तरह लगे होते हैं.
4. स्कूल ऑफ़ फिश
मछलियों के समूह से प्रेरित हो कर निसान इपोरो रोबोट को बनाया गया था, जो कि 4 के समूह में चलते हैं। इंजीनियर पानी के अन्दर के जीवन का अध्ययन कर के स्मार्ट कार बनाना चाहते हैं, जो चलते हुए टकरायें नहीं।
5. किंगफ़िशर
जापान की बुलेट ट्रेन का मुंह स्ट्रीम लाइट बनाने की प्रेरणा किंगफ़िशर से ली गयी थी, जो अपने आकार की वजह से आसानी से पानी को भेद कर मछलियां पकड़ लेता है.
6. मीलानोफीला बीटल
इन्हें फायर बेटल भी कहा जाता है. ये आग की तरफ आकर्षित होते हैं और जली हुई लकड़ियों में अंडे देते हैं. इनके शरीर में हाई सेंसेटिव रेपीटर लगे होते हैं, जिनसे ये दूर से ही आग से निकलने वाले इंफ्रारेड रेडिएशन को पहचान लेते हैं. इनकी इस क्षमता से प्रेरित हो कर अमेरिकन एयर फ़ोर्स कुछ ऐसा बनाना चाह रहा है, जिससे इंफ्रारेड इमिशन का पता लगाया जा सके.
7. शार्क स्किन
शार्क के शरीर पर छोटे स्केल मौजूद होते हैं, जिनकी वजह से Algae, Barnacles वगेरह उसपे टिक नहीं पाते. इंजीनियर टोनी ब्रेनांन इससे प्रेरित हो कर अस्पतालों के लिए ऐसी कोटिंग बनाना चाहते हैं जो इ कोइल जैसे बैक्टेरिया को रोक सके. उनकी कंपनी सार्कनेट ने सार्क की चमड़ी जैसी प्लास्टिक पन्नी बनायीं है जिसे अस्पतालों में टेस्ट किया जा रहा है.
8. बर्र
इंजीनियर जॉर्ज डी मेस्त्रल ने वेल्क्रो का आविष्कार बर्र से प्रेरित हो कर किया था.
9. बिल्ली की आंखें
हाईवे के रिफ्लेक्टर बिल्ली की आंखों से प्रेरित हो कर बनाये गए थे.
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