सईद सलाहुदीन पाकिस्तान के एक ऐसे आतंकी का नाम है जो इस्लाम के नाम पर जिहाद फैलाने का काम करता है। हिजबुल मुजाहिदीन का आका ये आतंकी जहां दूसरों के बच्चों को अल्लाह और धर्म के नाम पर आतंकी बनाता है और उन्हें कत्लेआम का पाठ पढ़ाता है, वहीं इस आतंकी ने अपने 5 बच्चों को जिहाद के साए से भी दूर रखा हुआ है। अपने बच्चों को ये उच्च शिक्षा प्रदान करवा रहा है और उन्हें मेडिकल, कंप्यूटर की पढाई करवा रहा है वहीं दूसरी और यह आतंकी दूसरों के बच्चों को मानव बम बनाना सीखाता है।
इसके पांच बेटे हैं: शकील युसूफ– ये श्रीनगर में मेडिकल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है। जावेद युसूफ– ये शिक्षा विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करता है। शाहिद युसूफ– ये शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी में शोधकर्ता है।वाहिद युसुफ– ये महाराजा हरी सिंह कॉलेज में मेडिकल की पढाई कर रहा है। मोईद युसूफ– ये एम् टेक की पढाई कर रहा है।
देखा आपने, जहाँ अपने बच्चों को ये आतंकी जिहाद से दूर रख कर, उन्हें अच्छी से अच्छी डिग्री दिला रहा है, अच्छे ओदे पर काम करवा रहा है। वहीं दूसरों के बच्चों के भविष्य के साथ ऐसा खिलवाड़ कर रहा है।इन इस्लामी आतंकियों का मजहब भी इन्हीं के नापाक मंसूबों की तरह मैला हो गया है। और लोग कहते हैं, आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता। इसको देखकर तो लगता है कि इस्लाम के नाम पर जेहाद करने वाले ये आतंकवादी महज़ लोगों से उनकी दोलत लूट रहे है साथ ही अपना ख़ौफ़ दिखने के लिए उनकी बर्बर हत्या और बलात्कार भी कर देते है ताकि ये अपने नापाक मंसूबो मे कामयाब भी हो जायें और लोग इनके नाम से ही अपनी जीवन भर की कमाई दोलत छोड़ कर भाग जायें। आज पूरी दुनिया के ताकतवर देश इनको नेस्तनाबूद करने के लिए एकजुट हो चुके है। जरूरत इस बात की है कि इनके साथ कोई शिथिलता न बरती जाय और इन जेहादियों का डट कर सामना किया जाये।
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