26 जुलाई 2016

जहां सांप के काटने से नहीं मरता है कोई




भारत एक रहस्यमयी देश है और यहां आपको हर प्रांत में रहस्य से जुडी कोई ना कोई चीज जरूर मिल जाती है। जब बात सांपो की होती है तो रहस्य और गरमा जाता है। प्राचीन काल से सांपो को जहरीला प्राणी माना जाता है और यह बात बहुत सच भी है। हर कोई सांपो से खेलने के लिए मना करता है पर एक गांव ऐसा भी है जहां के लोगों को इन्हीं सांपो से खेलने में बहुत आनंद आता है। आश्चर्य की बात यह है कि इस गांव में सांप के काटने से कोई मरता नहीं है, बल्कि लोग खतरनाक कोबरा सांपो से खिलौने की तरह खेलते हैं 
बिहार के समस्तीपुर में एक गांव ऐसा है जहां सांप के काटने से आजतक किसी की मौत नहीं हुई है। नागपंचमी के खास मौके पर यहां लगने वाले सांपों के मेले में लोग सापों के साथ खेलते हैं। कई बार सांप उन्हें काट भी लेते हैं लेकिन उन्हें कुछ नहीं होता। यहां के लोगों की मानें तो माता भगवती के आशीर्वाद से सांप के काटने से उनपर कोई असर नहीं होता।समस्तीपुर से करीब 23 किलोमीटर दूर है सिंधिया घाट। यहां के लोग जहरीले सांप को पकड़ कर घरों में रखते हैं। जिस विषैले और खतरनाक कोबरा का नाम सुन कर सामान्य लोग कांप जाते हैं और सीना छूट जाता है, उन्हीं के साथ यहां के ग्रामीण खेलते हैं और उसके साथ करतब दिखाते हैं।यहां के लोग बडे ही उल्लास के साथ नागपंचमी का त्यौहार मनाते हैं और इस मौके पर यहां बहुत भीड लगी रहती है। इस अवसर पर विषहर देवता को दूध एवं धान की लावा तथा झाप चढ़ा ने की होड़ लगी रहती है।

कोई टिप्पणी नहीं: