6 जुलाई 2016

वैज्ञानिकों के लिए अबूझ पहेली । अज्ञात श्रोत से होता है गंगा नदी का प्रवाह।




 जयपुर से बस थोड़ी ही दूरी पर पिंक सिटी नामक एक ऐसा विश्वविख्यात तीर्थ स्थान है जहां पर प्रतिदिन दुनिया भर के टूरिस्ट और श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते है | यह दुनिया का एक मात्र ऐसा तीर्थ स्थान है जहां पर तीनों देवों (ब्रह्मा, विष्णु और महेश) एक ही साथ विराजमान है, सनातन वैदिक धर्म के अनुसार भगवान ब्रह्मा के मंदिरों की स्थापना  नहीँ की जाती यह माता दुर्गा का ब्रह्मा को शाप के कारण है।परंतु तीनों त्रिमूर्तियों वाले इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इस मंदिर में किसी गुप्त स्थान से जल का प्रवाह होता है लेकिन आजतक कोई भी वैज्ञानिक या फिर कोई अन्य भूगर्भशास्त्री इस बात का पता नहीं लगा सका है कि यह जल आखिर आता कहाँ से है ?
लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर महर्षि विश्वामित्र के शिष्य श्री गलवा जी महाराज ने तपस्या की थी । उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर त्रिदेवों ने उन्हें इस पवित्र स्थान पर एक साथ दर्शन दिए। जिसके बाद  यहां पर  त्रिदेवमंदिर की स्थापना हुई ।

यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि ऋषि विश्वामित्र के शिष्य गलवा जी महांराज की तपस्या से प्रसन्न होकर माँ गंगा यहाँ पर गुप्त रूप से प्रकट हुई थी और इसी का जल आज भी यहाँ प्रवाहित होता है ।श्रधालुओं का यह भी मानना है कि जब भी तीर्थों पर स्नान होता है तो त्रिदेवों सहित सभी देवी देवता यहाँ पर स्नान करने के लिए आते है । इसी मान्यता के आधार पर यहाँ आने वाले श्रद्धालु इस वैदिक काल के स्थान को महाकुम्भ में स्नान करने के बराबर मानते है ।जिसके जल मे स्नान करने के बाद तन और मन के सारे कष्ट, दुःख और संताप मिट जाते है।

कोई टिप्पणी नहीं: