30 मई 2016

अल्लाह तक जाने के रास्ते बन्द कर रहा है सऊदी अरब ?

               
                                                                                                               
 इसे आपसी भाईचारा कहें या आपसी कलह या मनमुटाव,कि ईरान को कहना पड़ा कि सऊदी अरब अल्लाह के पवित्र तीर्थ मक्का तक जाने के रास्ते बन्द कर रहा है और हज पर जाने वाले श्रद्धालुओं को रोक रहा है। इसका मुख्य कारण दोनों देश के नेताओं के बीच आपसी कलह बताई जा रही है।
सऊदी अरब अगर ईरानियों को सितंबर में होने वाले हज में नहीं आने देता है तो यह पहली बार होगा जब 30 साल में ईरान के लोग हज नहीं कर पाएंगे। ईरान मुख्य रूप से शिया बहुल देश है। जबकि सऊदी अरब सुन्नी देश है।दोनों देश ईरानियों को हज करने देने या न करने देने के ऊपर विचार-विमर्श कर रहे हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। ईरान के संस्कृति मंत्री अली जन्नती ने कहा है कि हम अभी किसी सहमति पर नहीं पहुंच सके हैं क्योंकि सऊदी अरब रोड़े अटका रहा है। उन्होंने कहा, 'सऊदी अरब ईरानियों के हज पर जाने के अधिकार का विरोध कर रहा है। इसके पीछे जो टकराव पैदा हुआ है उसकी मुख्य वजह यह है कि पिछले साल 60,000 ईरानी हज करने मक्का गए थे। लेकिन वहां मची भगदड़ में 2300 लोग मारे गए थे। इनमें 464 ईरानी थे। तब ईरान ने आरोप लगाया था कि सऊदी अरब ने हज की व्यवस्था ठीक से नहीं की।इस कारण जनवरी मे सऊदी अरब ने ईरान से राजनयिक रिश्ते तोड़ लिए थे। तब भीड़ ने ईरान की राजधानी तेहरान स्थित सऊदी दूतावास पर हमला कर उसे आग लगा दी थी जो कि टकराव की मुख्य वजह बनी।                                                        

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