1 नवंबर 2016

मिसाइल जो मिसाइलों को हवा में ही तबाह कर दे

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मेरा भारत महान

भारतीय सेना ने अरब सागर में नौसेना अभ्यास के दौरान एक बहुत बड़ी सफलता हासिल कर चूका है। भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) एक ऐसी मिसाइल का सफल परीक्षण किया है जो हवा में ही देश की तरफ आ रही मिसाइलों को हवा मे ही तबाह कर सकती है। इस मिसाइल का नाम बराक-8 है। इसे इजरायल और भारत ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के साथ मिलकर विकसित किया है।

इस मिसाइल की खासियत यह है कि अत्याधुनिक तकनीक से बनी यह विध्वंशक मजिले हवा में वार करने के साथ साथ देश की सरहद को दुश्मनो की परमाणु मिसाइलों के आक्रमण से सुरक्षित कर सकती है। बराक-8 मिसाइल की मारक क्षमता 70 से लेकर 80 किलोमीटर तक है। इस मिसाइल की लम्बाई तकरीबन 4.5 मीटर है। इस मिसाइल का वजन 270 किलोग्राम के आसपास है। यह मिसाइल अपने साथ तकरीबन 70 से 80 किलोग्राम तक विस्फोटक सामग्री ले जाने में सक्षम है। इस अत्याधुनिक मिसाइल से दुश्मन के खतरे का पता लगाना इसको और मिसाइलों से अगल करता है।
वर्ष 2009 में भारत ने इजरायल के साथ मिलकर 24 मिसाइलों को बनाने के लिए डील की थी। पूरी दुनिया मे इस्राइल एक ऐसा देश है जिसमे आतंकी भी घुसने से ख़ौफ़ खाते है क्योंकि इस्राएल अपने जन्म से ही दहश्तगर्जों से डट कर मुकाबला करने की क्षमता रखता है। इस्राइल के सहयोग से यह सौदा इस वर्ष अक्टूबर 2016 मे पूरा होने की संभावना थी । हालाँकि सुरक्षा कारणों से इसका शुरुवादी परीक्षण रद्द हो गया था है, इसलिए इसमें इतना ज्यादा समय लग रहा है। आपको बता दे कि, इस मिसाइल का सफल परीक्षण करने के लिए तकरीबन साढ़े तीन हजार लोगों को थोड़े समय के लिए वहां से दूसरी जगह पर बसाया जाना बाकी है ताकि जनहानि को न होने दिया जाए।

इस मिसाइल को बनाने के लिए भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, लार्सन व् टर्बो, टाटा और इसके अलावा कई कंपनियों ने इसके पुर्जे बनाने में अपना समर्थन किया है। इस मिसाइल का उत्पादन करने के लिए हिन्दुस्तान की भारत डायनामिक्स लिमिटेड को इसका काम सौंपा गया है। इनमे की लगभग 30 से ज्यादा मिसाइलो को आईएनएस कोलकाता पर तैनात करने की योजना है ताकि देश की समुंद्री सीमा पूरी तरह से सुरक्षित हो सके।

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