7 जनवरी 2017

काफिर कौन

ca-pub-6689247369064277
प्रत्येक वो हिन्दू काफिर है जो भगवद्गीता जी के विरुद्ध साधना का ढोंग करता हो।
प्रत्येक वो मुस्लिम काफिर है जो कुराने पाक के आदेश ना मानता हो।
प्रत्येक जैनी,सिक्ख या ईसाई जो स्वयं के सदग्रंथ के ज्ञान को ना स्वीकार करें

प्रत्येक वो व्यक्ति काफिर है ढोगीं और पाखंडी है जो वेदों को तो शिरोधार्य मानता हो पर कविर्देव या कबीर को परमात्मा ना मानता हो।
∆ निरन्जन धन तेरा दरबार ,जहाँ पर तनिक न न्याय विचार
पाखंडी की पूजा जग में, संत को कहैं लबार, अग्यानी को परम विवेकी, ग्यानी को मूढ़ गँवार ।
∆ कहै कबीर सुनो भाई साधो, सब उल्टा व्यव्हार, सच्चों को तो झूठ बतावैं, इन झूठों का ऐतबार ।

कोई टिप्पणी नहीं: