3 अगस्त 2016

अमेरिका और चीन को रौंद सकने वाले विमान पर भारत-रूस के बीच वार्ता शुरू



भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर के संसद में दिए बयान के मुताबिक अनुसंधान एवं विकास अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के 94 महीने के भीतर भारतीय वायु सेना को विमान सौंपे जाने का काम शुरू हो जाएगा। हालांकि, भारत इससे पहले रूस में तैयार किए गए टी-50 विमान की खरीद सुखोई कंपनी से कर सकता है। रूस की वायु सेना को सुखोई टी-50 की आपुर्ति इसी साल से  शुरू कर दी जाएगी ।

सूत्र बताते  हैं कि बातचीन नए सिरे से शुरू हुई है। पहले भारत ने रूस में तैयार टी-50 की सीधी खरीद की बात कही थी और कुछ विमानों का निर्माण भारत में करने का प्रस्ताव था। लेकिन निर्माण को लेकर तस्वीर अभी साफ नहीं है परंतु अमेरिका और चीन के विमानों को धूळ चटाने की क्षमता इस विमान मे मौजूद है।

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