ca-pub-6689247369064277
कश्मीर के वर्तमान हालात को देखते हुए केंद्र ने एक बहुत बड़ी योजना बनाई है। आतंकियों के नापाक इरादों पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए सरकार अब इज़रायल की राडार तकनीक वाली दीवार खड़ी करने जा रही है। भारत सरकार अब रात के अँधेरे में, खेतों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों से घुसने और मूवमेंट करने वाले आतंकियों को धर दबोचने के लिए इजरायल से Foliage Penetrating Radar खरीदने जा रही है।अगस्त के अंतिम सप्ताह में ख़ुफ़िया विभाग और दूसरी जांच एजेंसियों के बड़े अधिकारियों की एक टीम इजरायल के लिए रवाना होगी। Foliage penetrating Radar के जरिए जंगल और दुर्गम घाटी में घुस चुके आतंकियों को ढूंढने में मदद मिलेगी।
अब तक, हमारे जवानों को खुद हर कोने में जाकर आतंकियों को ढूँढना पड़ता था! जाहिर है कि ऐसे में, हमारे जवानों को बहुत ही मुश्किल का सामना करना पढ़ता था क्योंकि कोई भी कायर आतंकी, छुप कर आसानी से वार कर कर सकता था! लेकिन, अब भविष्य में ऐसा नहीं होगा!भारत सरकार एक कंट्रोल रूम का निर्माण करेगी, जिसमें कि इजरायली तकनीक द्वारा कश्मीर घाटी और भारत-पाक सीमा में घुसपैठ कर चुके और जंगलों में छिपे आतंकियों का पता लगाने के लिए निगरानी रखी जाएगी।आतंकी घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसिया पूरे तौर पर नकेल कसने की तैयारी में जुटी हुई है। NSA अजित डोभाल की देखरेख में जम्मू-कश्मीर की सीमा पर इस पूरी योजना को लागू करने का काम शुरू हो गया है।इजराइल और अमेरिका की सहायता से इलेक्ट्रोनिक surveillance की मजबूत और अभेद बनाने की योजना है!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें