21 अगस्त 2016

जापान मे सनातन धर्म की परछाई।

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भारत की ही तरह जापान मे भी हिन्दू देवी देवताओं को पूजा जाता है। इसके अलावा वहां पर कई वैदिक धर्म को स्थापित हुए हज़ारों मंदिर भी मौज़ूद हैं। पूजे जाने वाले 
देवताओं मे लक्षमी, गणेश,इंद्र, ब्रह्मा,गरुड़ के अलावा और भी कई देवी देवता हैं।साथ ही वहां कुछ ऎसे देवी देवताओं की प्रार्थना सभा होती है जिसको भारत ने भूला दिया है। शोधकर्ता बताते ही की जापान मे 6 वी सताब्दी मे सिद्धम् को उन्होंने आज तक सम्हाल के रखा हुआ है।जबकी यह भारत मे लुप्त हो चुकी विद्या है।इसी प्रकार वहां बीज अक्षरों को भी सम्हाल के रखा हुआ है। बीज अक्षर वह गीत या गान को कहते है जिशे गाकर भगवान को याद किया जाता है।
 वैदिक संस्कृति के अनुसार हर देवता का एक बीज अक्षर होता है जो कीलक होता है। उसका  लाभ एक  विशेष मन्त्र की सहायता से प्राप्त हो पाता है। जापान मे लगभग 5 हज़ार हिन्दू है जो वहां की आबादी के 1 प्रतिशत से भी कम हैं।जापान मे हिन्दू देवी देवताओं को अलग नाम से जाना जाता है। मसलन सरस्वती देवी को जो हिंदुओं मे ज्ञान की देवी कहलाती है उनको वंजाएटन नाम से जानते है।

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