हर किसी देश के लिए सुरक्षा एक अहम मुद्दा होता है l बाहरी सुरक्षा के लिए देश के नौजवान सैनिक बोर्डर पर हमेशा तैनात रहते हैं l इसके साथ-साथ सभी देशों के पास अत्याधुनिक हथियार होते हैं जो उस देश को दुश्मन से लड़ने का साहस देते हैं l इन हथियारों में सबसे महत्त्वपूर्ण होती हैं मिसाइलें l विज्ञान के इस युग में कई देशों के पास ऐसी मिसाइलें भी हैं जिनको एक बार दागने से पूरा का पूरा देश तबाह हो सकता है
एलजीएम-30 माइन्यूट मैन
एलजीएम-30 माइन्यूट मैन अमेरिका की सबसे सक्षम मिसाइलों में से एक है l इसकी मारक क्षमता 13 हजार किलोमीटर है और ये एक साथ 3 परमाणु हत्यारों को ले जा सकती है जो 3 अलग-अलग लक्ष्यों को भेद सकते हैं l अमेरिका ने इसे ट्राईडेंट मिसाइल सिस्टम से लेस करके दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइलों में शामिल कर दिया है l यह मिसाइल अमेरिका की सेना में शामिल है l
आर-36
आर-36 सोवियत रूस के जमाने से दुनिया की सबसे ताक़तवर मिसाइल है। इस मिसाइल के दम पर एक दसक मे सोवियत रूस ने अमेरिका पर बढ़त बना ली थी। ये एक साथ 10 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाने में सक्षम है। इसे शुरुआत में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए बनाया गया था, लेकिन बाद में मारक मिसाइल में तब्दील कर दिया गया। ये रूस की स्ट्राइक मिसाइलों में से एक है। ये मिसाइल 10 हजार 200 किलोमीटर से 16 हजार किलोमीटर तक मार कर सकती है।
डोंगफेंग-41
वैसे तो दुनिया चीन की सेना और चीन के हथियारों के बारे में कम ही जानती है, लेकिन डीएफ-4 के बारे में जो थोड़ी बहुत जानकारियाँ सामने आई हैं, उसके हिसाब से डीएफ-41 दुनिया की सबसे सक्षम मिसाइलों में से एक है। ये परमाणु हथियारों को ढोने में तो सक्षम है ही, साथ ही इसको किसी भी जगह से छोड़ा जा सकता है। इसे सड़क पर खड़े किसी ट्रक लांचर से भी दागा जा सकता है। ये दुनिया में सबसे लंबी दूरी तक मारने वाली मिसाइल है, जिसकी रेंज लगभग 14 हजार किमी है। ये एक साथ कई लक्ष्यों को भी भेदने में सक्षम है।
यूजीएम-133 (ट्राइडेंट II)
यह मिसाइल अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनी लॉकहीड मार्टिन की ओर से विकसित की गईं। ये बैलिस्टिक मिसाइल पानी से भी छोड़ी जा सकती हैं । इस मिसाइल का इस्तेमाल सिर्फ अमेरिका और ब्रिटेन की रॉयल नेवी करती है जिसके दम पर ये अमेरिकी सेना की स्ट्राइक करने वाली मिसाइलों में से एक है। 1983 में विकसित इस मिसाइल को अमेरिकी और ब्रिटिश सेना 1990 से इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनकी मारक क्षमता 7840 किलोमीटर तक है।
बीजीएम-109 टॉमहॉक
बीजीएम-109 टॉमहॉक अमेरिका के सबसे खास हथियारों में से एक है और खासा चर्चित भी है इसका उपयोग अमेरिका ने अफगानिस्तान युद्ध के समय काफी किया था । ये मध्यम से लंबी दूरी तक मार करने की सबसे खतरनाक मिसाइल है। टॉम हॉक 1500 किलोमीटर की दूरी से अपना लक्ष्य साध कर हमला करती है। इस मिसाइलों को पकड़ पाना बेहद मुश्किल है, जो छोड़े जाने के महज कुछ ही देर में अपने लक्ष्य को तहस नहस कर देती है। ये सुपेर्सोनिक क्रूज मिसाइलों की श्रेणी में सबसे खतरनाक मिसाइल है। टॉमहॉक ने सबसे पहले 1991 के खाड़ी युद्ध में अपना जौहर दिखाया था। ये हर हमले में शत-प्रतिशत सफल रहीं।
ब्रह्मोस
ब्रह्मोस भारत और रूस का संयुक्त उपक्रम है। जिसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मॉस्क्वा नदी के नाम पर रखा गया है। ये मिसाइल महज 290 किमी तक ही मार करने में सक्षम है, लेकिन सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की श्रेणी में दुनिया की उन गिनी चुनी मिसाइलों में से एक है, जिसे जल, थल, वायु कहीं से भी दागा जा सकता है। ब्रह्मोस की तैनाती भारतीय सेना की तीनों सेनाओं में है। इस मिसाइल को दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइल होने का गौरव प्राप्त है, जो रडार की पकड़ में नहीं आती और पलक झपकते ही दुश्मन के निशाने को नेस्तनाबूत कर सकती है। ये मिसाइल सिर्फ 10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ने की भी क्षमता रखती है, जिसकी वजह से इसे दुश्मन के रडार से कभी पकड़ा नहीं जा सकता। इसकी यही खूबी इसे दुनिया की सबसे खतरनाक मिसाइलों में शुमार करती है।
अग्नि 5
अग्नि 5 मिसाइल भारत की सबसे दूर तक मार करने वाली मिसाइल है साथ ही ये परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम होने के साथ ही एक साथ कई लक्ष्यों को भेदने मसक्षम है। अप्रैल 2012 को अग्नि 5 का परीक्षण किया गया था जिसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। इसकी जद में पूरा चीन आ जाता है। इसकी रेंज 5 हजार 500 किलोमीटर है, जिसे 7 हजार किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है। इसी साल ये मिसाइल भारतीय सेना में शामिल हो जाएगी।
एआईएम-120 (एम्राम)
एआईएम-120 को अमेरिकी कंपनी ने बनाया है। इसने इराक, बोस्निया और कोसोवो में अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। कई लक्ष्यों पर एक साथ हमला, काउंटर अटैक और ठोस ईंधन पर चलने वाली ये मिसाइल दुनिया की सर्वश्रेष्ठ मिसाइलों में से है। इस मिसाइल का इस्तेमाल दुनिया के 36 देश कर रहे हैं। ये लगभग सभी लड़ाकू विमानों जैसे एफ-22, यूरोफाइटर टाइफून, एफ-15, एफ-16, सी-हैरियर, टोरनेडो में फिट होती है और पलक झपकते ही लक्ष्य को तहस नहस कर देती है। ये मिसाइल आंतरिक तौर पर रडार से बचने की क्षमता रखती है। जिसे माइक्रो कम्प्यूटर से नियंत्रित किया जाता है।
आईरिस-टी
आईरिस-टी नई जेनरेशन की सबसे मारक मिसाइल है। इसकी क्षमता महज 25 किमी तक ही मार करने की है, लेकिन लेजर गाइडेड तकनीक के दम पर ये 100 फीसदी लक्ष्य को भेदती है। इस मिसाइल को जर्मन मूल की डायल कंपनी ने कई देशों जैसे ग्रीस, इटली, कनाडा, नॉर्वे और स्पेन के सहयोग से बनाया है। इस मिसाइल को दुनिया के सबसे खतरनाक लड़ाकू विमानों यूरोफाइटर टाइफून, एफ-16, टॉर्नेडो पर तैनात किया गया है। ये पानी के भीतर भी उतनी ही कुशलता से निशाने को ध्वस्त करती है, जितना किसी रेगिस्तानी इलाके या शहर के बीच स्थित लक्ष्य को।
पैथन-5
राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम से लैस पैथन-5 पांचवीं पीढ़ी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। ये मिसाइल बहुत कम दूरी के लक्ष्यों को बेहद सटीक तरीके से तबाह करती है। पैथन मिसाइल अपने रेंज और मारक क्षमता के लिहाज से दुनिया की सबसे मारक मिसाइल होने का दर्जा रखती है। पैथन-5 आधुनिक तकनीकों से लैस एफ-15, एफ-16, मिराज, एमकेआई30 जैसे लड़ाकू विमानों पर तैनात है। ये मिसाइल दोहरे वेबबैंड फोकल प्लेन एरे(एफपीए) दृश्यता प्रणाली, आधुनिक नेविगेशन प्रणाली और एडवांस इंफ्रारेड काउंटर प्रणाली से लैस है, जो इसे शत-प्रतिशत सफलता के साथ लक्ष्यवेधन में महारत देते हैं। इस मिसाइल को दुनिया के 15 ताकतवर देश अपनी सेना में रखते हैं l
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें