हम सभी ने रामायण मे पढ़ा है कि रावण सीता का अपहरण कर आकाश मार्ग से लंका लेकर आया था इसका मतलब साफ़ है कि तब आकाश मे उड़ने वाले विमान मौज़ूद थे। लकिन कुछ लोग इन घटनाओं को मनगढ़ंत समझते है और विस्वास नही कर पाते कि क्या 5000 वर्ष पूर्व विज्ञान भी इतना उन्नत हो सकता है शायद उन लोगों को वैदिक सनातन धर्म का ज्ञान नही है। कंट्रोवर्सितल फ़ाइल डॉट नेट की रिपोर्ट आने के बाद वे लोग सायद ये मानने लगेंगे कि उस समय का विज्ञानं आज के विज्ञानं का सूत्रधार था और कहीं ज्यादा उन्नत भी था। रिपोर्ट मे लिखा गया है कि अफगानिस्तान के कंधार मे एक ऐसे हवाईजहाज को खोज निकाला गया है जो कि 5000 वर्षों से ज्यादा पुराना है और हिन्दू सनातन वैदिक काल का है। इतिहास बताता है कि भारत जिसको पूर्व मे आर्यव्रत नाम से भी जाना जाता है संसार के 50 प्रतिशत हिस्से मे फैला हुआ था जो आज के भारत के मानचित्र मई मात्र 20 प्रतिशत ही रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार अफगानिस्तान के कंधार की दुर्गम पहाड़ी गुफा मे हज़ारों साल पुराने विमान को खोजा गया है जो 5000 वर्षों से भी पुराना हो सकता है। सबसे पहले इस अनजानी सी चीज को अमेरिका के सैनिकों द्वारा अलकायदा से युद्ध के दौरान लादेन को खोजते खोजते कंधार की गुफाओं मे देखा गया था। उनके द्वारा इसके चित्र और रिपोर्ट को पेंटागन को भेजा गया था। पेंटागन से मिलिट्री साइंसेज, भूगर्वशास्त्रियों और इतिहासकारों ने इस जग़ह का निरीक्षण किया और छानबीन करी और अनुमान लगाया था कि यह भारतीय हिन्दू सभ्यता से संबंधित है और संभवतया महाभारत या रामायण काल की है। महाभारत मे भयासुर का जिक्र आता है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने उसकी तपस्या से प्रस्सन होकर भयासुर को रोसनी मे अदृश्य हो जाने वाला अभेद्य विमान दिया था। अमरीका द्वारा गठित 8 सदस्यों की टीम ने गुफा के अंदर राखी विशालकाय चीज को उस समय का हवाई जहाज़ बताया। जब उन्होंने इस अनजान चीज़ से छेड़छाड़ की तो वे लापता हो गए। लापता होने की खबर आने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, डेविड कैमरन,एंजिला मारकेश तथा निकोलस सार्कोज़ी गुप्त अभियान पर अफगानिस्तान पहुचे। बाद मे पता चला कि जब सैनिकों ने इस गुफा से निकलने की कोसिस की तो वे टाइम वेळ समय मे इलेक्ट्रो मैग्नेटिक तरंगों के सक्रिय होने के कारण अचानक गायब हो गए थे। यह खबर पेंटागन से लीक हुई थी। टाइम वेळ विमान का वह आवरण है कि जिसको छुने से इंफ्रारेड रेज के निकलने के कारण कोई भी चीज गायब हो सकती है। अल्बर्ट आईसटीन ने अपनी यूनिफाइड थ्योरी मे इसका जिक्र किया है। इस विमान की परिधि साढे पाँच मीटर थी और इसमे चार पहिये पाये गए। यह विमान आग फ़ैलाने वाली शस्त्रों से सुसज्जित था। यह अपने लक्ष्य पर तेज़ रोसनी फेककर इसमैं लगे एक प्राण भेदक हथियार से हमला करता था।
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