दक्षिण अमेरिका के एक देश गुयाना की राजधानी डेमेरारा सहर मे स्थित सरस्वती विद्या निकेतन नामक यह विद्यालय आज भी सनातन की अलख जगाये हुए है। इस विद्यालय का उद्देश्य भी संस्कृत मे ही है जिशे लोग सत्य ब्रूयात्,धर्मचरः यानि सत्य बोलें और धर्मानुसार आचरण करें, के नाम से जानते है। इस विद्यालय का विभाजन सनातन वैदिक संस्कृति के अनुसार 4 भागों मे जैसे श्री राम नवमी,व्यास पूर्णिमा,दीवाली तथा ग्रीष्म मे किया गया है।यंहा पढ़ाये जाने वाले 15 मुख्य विषयों मे वैदिक संस्कृत, भरतनाट्यम,वेद और उपनिषद प्रमुख हैं। इस विद्यालय की स्थापना वैदिक धर्म के प्रारंभिक और उन्नत वैज्ञानिक आधार को जानने और विज्ञानं के गूढ़ रहस्यों को समझने के उद्देश्य को ध्यान मे रखकर 1998 के दसक मे की गयी थी जिसके अभ्यास के लिए यंहा एक अत्याधुनिक लैब भी बनाया गया है। इतना ही नही इस विद्यालय मे छात्रों को करुणा, दया,निर्भरता, सत्य और क्षमा सीलता भी सिखाई जाती है जो सनातन धर्म के आधार स्तम्भ है। इस विद्यालय मे मानवता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ब्लड डोनेसन् कैंप भी लगाया जाता है।
2 टिप्पणियां:
JaiSanatan..
ApnaDeshApniDharmApniSikshaBuraLagneWaliDuniaKaEkMatraDeshMERABHARATMAHAN...
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