27 अप्रैल 2016

भारत मे रह रहे मुस्लिम बाबर के वंसज नही है इसलिए राम मंदिर बनाने मे सहयोग करें। मोहम्मद अफजाल

भारतीय मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि मुस्लिम समुदाय को अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए हिंदू समाज का समर्थन करना चाहिए। अफजाल ने कहा कि असली असहिष्णुता तो ये है कि बहुसंख्यक हिंदुओं के आराध्य रामलला अयोध्या में तिरपाल में हैं। उन्होंने कहा कि भारत का मुस्लिम समाज कोई बाहर से नहीं आया है और न ही हमारे पूर्वज अरब या बाबर के वंसज हैं।भारत मे रह रहे मुसलमानों के पूर्वज भगवान राम के ही हो सकते हैं। अफजाल ने यहां तक कहा कि अयोध्या में करीब 20 और मस्जिदें हैं जहां नमाज पढ़ी जाती है वहां कई मजार भी हैं, लेकिन हिंदू समाज ने कभी  मस्जिद या मजार पर तो दावा नहीं किया । हिन्दू केवल बस एक ही जगह दावा कर रहे हैं जो कि श्री राम की जन्म भूमि है यह स्थान हिंदुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है । इसलिए सामूहिक सहमति से राम मंदिर बनने देना चाहिए।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक ने कहा कि मजहब-ए-इस्लाम के अंदर अगर मस्जिद बनाना चाहते हैं तो जमीन की मलकियत मुस्लिम समाज में किसी की या वक्फ की होनी चाहिए। लेकिन अयोध्या की उस जगह की मलकियत न तो मुस्लिम समाज के पास है और न वक्फ बोर्ड के पास है। ऐसे में मुस्लिम समाज का अधिकार उस जमीन पर नहीं है, जहां गर्भगृह है। अफजाल ने कहा कि हम नहीं चाहते कि राम के नाम पर इंसानियत का खून बहे, इसलिए इसका फैसला जितनी जल्दी हो उतना अच्छा है।
मोहम्मद अफजाल ने एक समाचार पत्र से बातचीत के दौरान कहा कि हम कोर्ट का फैसला आने से पहले ही इस मसले का समाधान चाहते हैं। इसलिए मंच अब बाबरी मस्जिद एक्शन कमिटी से भी बातचीत की पहल कर रहा है। हम चाहते हैं कि हम हिंदू समाज के साथ मिलकर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि आज भी अयोध्या में रामलला की पूजा हो ही रही है तो इस मसले को और ज्यादा क्यों खींचना चाहिए? हम फसाद नहीं चाहते और मुस्लिम समाज को तरक्की की दरकार है। इसके लिए विवाद न करते हुए मुस्लिम समाज को अयोध्या में राम मंदिर बनाने में सहयोग करना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं: